इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर: भारत की नयी ऊर्जा क्रांति
इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर: भारत की नयी ऊर्जा क्रांति आज के भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और 2025 इस क्रांति का निर्णायक मोड़ साबित हो रहा है। फ्यूल और पेट्रोल की महंगाई, प्रदूषण की समस्या और सरकार की स्पष्ट नीतियों ने देश को स्वच्छ व सतत परिवहन की राह पर ला दिया है. EV सेक्टर की रफ्तार 2025 तक भारत में करीब 56 लाख इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हो चुके हैं। खास तौर पर दोपहिया और तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं, जिसकी बिक्री वर्ष दर वर्ष तेज़ी से बढ़ रही है। पिछले साल की तुलना में ई-टू-व्हीलर की बिक्री में करीब 21% की बढ़ोतरी हुई. प्रमुख नीतियां और सरकारी समर्थन सरकार ने FAME-II, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना, पीएम ई-ड्राइव जैसी योजनाएं शुरू की हैं, जिससे निवेश, तकनीक स्थानीयकरण और बुनियादी ढांचे में सुधार को बढ़ावा मिला। नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2025 के तहत न केवल प्रोत्साहन और सब्सिडी, बल्कि भारत में निर्माण सुविधाओं की स्थापना और नए स्टार्टअप्स को भी सहयोग मिल रहा है। देश 2030 तक निवेश और व्यापार के मौके EV क्षेत्र में न...